उत्पीड़न की घटना आज के कानूनी परिदृश्य में सबसे जटिल चुनौतियों में से एक है। यह अपराध, जिसमें पीड़ित को गंभीर चिंता या भय की स्थिति पैदा करने वाले उत्पीड़नकारी कार्य शामिल होते हैं, एक अनुभवी आपराधिक वकील के समय पर और सक्षम हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। लेकिन इन मामलों में वकील की वास्तव में क्या भूमिका होती है? आइए एक साथ जानें।
उत्पीड़न को इतालवी दंड संहिता के अनुच्छेद 612-bis में विनियमित किया गया है, जो किसी भी व्यक्ति को दंडित करता है जो ऐसे बार-बार किए गए आचरण को अंजाम देता है जिससे पीड़ित को चिंता या भय की एक स्थायी और गंभीर स्थिति पैदा होती है। इन आचरणों में लगातार फोन कॉल, पीछा करना, धमकी देना या गोपनीयता का उल्लंघन शामिल हो सकता है।
उत्पीड़न के एक मामले में आपराधिक वकील की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उनके हस्तक्षेप के कुछ मुख्य पहलू यहां दिए गए हैं:
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